Abua Awas Yojana Jharkhand : अबुआ आवास योजना का शुभारंभ वर्ष 2023 झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के द्वारा किया गया था। इस योजना में एक आवास के लाभुक को ₹200000 का लाभ देने का तय किया गया है। साथ ही मनरेगा योजना अंतर्गत प्रत्येक लाभुक को 95 मानव मजदूरी दर भी उपलब्ध कराया जाता है जो अभी 272 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 25,840 रुपये होती है। अबुआ आवास योजना अंतर्गत कुल तीन कमरे लाभुक को बनाना है, साथ ही एक किचन और एक बरांडा बनाना है। इसका क्षेत्रफल कम से कम 31 वर्ग मीटर रखा गया है। इस योजना का आवेदन (ऑफलाइन) पहली बार वर्ष 2023 में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में लिया गया था।
आवेदन कैसे करें?
अबुआ आवास योजना का आवेदन वर्ष 2023 में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में लिया गया था। उसके बाद इस योजना अंतर्गत दुबारा आवेदन अब तक नहीं लिया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री जी की ओर से घोषणा किया गया है कि जुलाई 2024 के बाद फिर से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में अबुआ आवास योजना का नया आवेदन लिया जाएगा।
अबुआ आवास योजना की पात्रता
अबुआ आवास योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता निम्नलिखित है –
- वैसे कोई भी परिवार जिसको वर्ष 1990 के बाद कभी भी किसी सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिला है।
- वैसे कोई भी परिवार जिनके पास अपना पक्का मकान नहीं है । उनको इस योजना का लाभ दिया जा सकता है।
- वैसे कोई परिवार जिनके घर में रेफ्रीजरेटर नहीं है। वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- वैसे कोई भी परिवार जिनके घर में मछली पकड़ने वाला नाव, चार पहिया या तीन पहिया वाला कोई वाहन ना हो।
- वैसे कोई भी परिवार जिनके परिवार में किसी भी सदस्य का सरकारी नौकरी ना हो वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- परिवार की कोई भी सदस्य यदि सरकार को कर अदा नहीं करते हैं तो उसे इस योजना का लाभ दिया जा सकता है।
- वैसे कोई भी परिवार जिनके पास 5 एकड़ या इससे अधिक सिंचित भूमि और कोई सिंचाई उपकरण ना हो।
- वैसे कोई भी परिवार जिनके पास 7 एकड़ या इससे अधिक भूमि ना हो।
अबुआ आवास योजना का पैसा कितने किस्तों में दिया जाता है?
Abua Awas Yojana Payment Jharkhand : अबुआ आवास आवास योजना के अंतर्गत कुल चार किस्तों में लाभुक को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाता में ₹200000 दिया जाता है। साथ ही इसके अंतर्गत मनरेगा योजना से 95 मानव मजदूरी दर के लिए मजदूरी दिया जाता है, जिसके लिए लाभुकों को मनरेगा योजना का पेमेंट लेने के लिए डिमांड, मास्टर रोल और FTO का प्रक्रिया करना पड़ता है। मनरेगा अंतर्गत 95 मजदूरों की मजदूरी को लेने के लिए लाभुकों को लगभग पांच बार प्रक्रिया करना पड़ता है। अबुआ आवास योजना अंतर्गत चार किस्तों में पैसे दिया जाता है जो निम्नलिखित है :-
- पहली किस्त ₹30000
- दूसरी किस्त ₹50000
- तीसरी किस्त ₹100000
- चौथी किस्त ₹20000
पहली किस्त राशि लेने का प्रक्रिया
अबुआ आवास योजना के लाभुक को पहली किस्त कि राशि लेने के लिए इस योजना अंतर्गत अपना पंजीकरण करना पड़ता है। पंजीकरण केवल वैसे ही लाभुकों का किया जाता है, जिसके आवेदन को जाँच कर इस योजना के लिए चुना गया है और अबुआ आवास प्रतीक्षा सूची में नाम दर्ज है। पंजीकरण करने के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन का रसीद, लाभुक का जाति प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज का फोटो और पंजीयन फार्म लगता है। यह सारे कागजात का फोटोकॉपी पंचायत कार्यालय में जमा करने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाती है। इसके बाद पहली किस्त कि राशि लाभुक के बैंक खाता में ₹30000 भेज दिया जाता है। पहली किस्त कि राशि लेने के बाद लाभुक को अपने घर का प्लिंथ लेवल तक का काम पूरा करना पड़ता है।
दूसरी किस्त कि राशि लेने का प्रक्रिया
अबुआ आवास योजना का दूसरी किस्त राशि लेने के लिए वैसे लाभुकों का चयन किया जाता है जो पहले किस्त कि राशि लेने के बाद अपने घर का प्लिन्थ लेवल तक का काम पूरा कर लिए हैं। ऐसे लाभुक को दूसरी किसी की राशि देने से पहले उनके घर का एक जिओ टेक फोटो लिया जाता है। उसके बाद लाभुक के बैंक खाता में ₹50000 दूसरी किस्त भेज दिया जाता है। दूसरी किस्त कि राशि लाभुकों को मिल जाने के बाद उनको अपने घर का लीलटन तक का काम पूरा करना पड़ता है।
तीसरी किस्त की राशि लेने का प्रक्रिया
अबुआ आवास योजना के लाभुक को तीसरी किस्त कि राशि लेने के लिए दूसरी किस्त का लिया हुआ पैसा से अपने घर का लीलटन लेवल तक का कार्य को पूरा करना पड़ता है। उसके बाद एक जिओ टेक फोटो लिया जाता है। फिर तीसरे किस्त कि राशि लाभुक के बैंक खाता में ₹100000 भेज दिया जाता है। तीसरी किस्त की राशि लेने के बाद लाभुक को अपने घर का ढलाई तक का काम पूरा करना पड़ता है।
चौथे किस्त की राशि लेने का प्रक्रिया
अबुआ आवास योजना के लाभुक को चौथी किस्त और अंतिम किस्त की राशि लेने के लिए तीसरे किस्त का लिया हुआ पैसे से अपने घर का ढलाई पूरा करके जिओ टेक फोटो करना पड़ता है। उसके बाद लाभुक के बैंक खाता में चौथे और अंतिम किस्त की राशि ₹20000 भेज दिया जाता है। फिर लाभुक अपने घर में दरवाजे लगवाते हैं और प्लास्टर करवाते हैं। इस तरह से अबुआ आवास योजना के लाभुकों को चारों किसकी राशि ₹200000मिल जाता है।
अबुआ आवास योजना अंतर्गत मनरेगा का पैसे कैसे मिलता है?
अबुआ आवास योजना के लाभुकों को जब पहले किसकी राशि ₹30000 दे दिया जाता है। उसके बाद अपने घर में काम शुरू कर देते हैं। घर में काम शुरू करने के बाद मनरेगा योजना अंतर्गत वर्क कोड खुलवाने के लिए रोजगार सेवक से संपर्क करना पड़ता है और उनके माध्यम से वर्क कोड खुलवाया जाता है। अबुआ आवास योजना के लाभुक को एक डिमांड फॉर्म भरना पड़ता है, जो कि पंचायत कार्यालय में मिल जाता है। उसे भरकर आवश्यक अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने के बाद रोजगार सेवक को देना पड़ता है। रोजगार सेवक उस डिमांड फॉर्म को लेकर प्रखंड कार्यालय जाते हैं।
वहां पर एक मास्टर रोल जनरेट करवाते हैं। मास्टर रोल का अवधि 7 दिनों की होती है। उसके बाद लाभुक के आवास में काम करने वाले मजदूरों की हाजिरी बनाया जाता है। फिर आवश्यक अधिकारियों से साइन करने के बाद मास्टर रोल को प्रखंड कार्यालय में पहुचना होता है। वहां से सभी के बैंक खाता में मानरेगा मजदूरी भुगतान कर दिया जाता है। इस तरह से उनके बैंक खाता में मनरेगा योजना का पैसे मिल जाता है। यह प्रक्रिया तब तक करना पड़ता है, जब तक 95 मानव दिवस का मजदूरी मनरेगा योजना अंतर्गत लाभुक या उसके मजदूरों को नहीं मिल जाए।